जमीं से आसमान तक तीन रंगों से पहचान लिखना है
सारे जहाँ से अच्छा हिंदुस्तान लिखना है
ऐ माटी तुझसे मोहब्बत तुझसे वफ़ा और तुम महबूब मेरे
लिपट तिरंगे से गोद में तेरे सो जाऊ,हो अजीज़ तुम खुब मेरे
हिमालय की चोटी पे जहाँ लहराता तिरंगा है
श्रीषी-मुनि जहाँ जाप करे ,पावन बहता गंगा है
ऐसा खूबसूरत हिंदुस्तान लिखना है
सारे जहाँ से अच्छा हिंदुस्तान लिखना है