कभी-कभी सोचता हूँ कि काश ऐसा हो पाता, मन का चाहा | हिंदी Shayari Video

"कभी-कभी सोचता हूँ कि काश ऐसा हो पाता, मन का चाहा ना होने पर बच्चे जैसा रो पाता। ।। मधुसूदन सैनी ।। ©Madhusudan Saini "

कभी-कभी सोचता हूँ कि काश ऐसा हो पाता, मन का चाहा ना होने पर बच्चे जैसा रो पाता। ।। मधुसूदन सैनी ।। ©Madhusudan Saini

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