गमगीन से मैं न कभी लौट आया, फिर न जाने क्यों शब्दों को छोड़ आया। मौजूद हूँ उसी दरख्त पे सुबहो श्यामे कहीं, फिर वो अंदर का शायर कभी न लौट आया।। ©Amit Rawat #standAlone #my #poetry #my #shayari #my #story Quotes, Shayari, Story, Poem, Jokes, Memes On Nojoto