मानव एकता आ जाए संसार में
मिलवर्तन और सहनशीलता हो किरदार में
ना चेहरों पे हँसी हो किसी के आँसू देखकर
खुशी ना मनाये कोई किसी के ज़ख्मों को सेंक कर
शतरंज की चालें ना हो अब व्यहवार में
मानव एकता आ जाए संसार में
जान लेकर नहीं बल्कि जान बचाने में
खून का इक इक कतरा बहाएं हम
इंसान बनाया है तो क्यों ना इंसानियत निभाए हम
चलो प्यार की इक खिड़की बनवाएं नफ़रत की दीवार में
मानव एकता आ जाए संसार में
©Rahul Sethi
#rayofhope