White प्यार में अगर स्वार्थ होता तो पार्वती और महादेव का नाम ना होता, पार्वती थी महलों की रानी फिर भी थी पर्वतों के राजा की दीवानी।
शिव आसमा तो ज़मीं है पार्वती शिव भोला तो सती है पार्वती, इन दोनों का सबसे अटूट बंधन है इन दोनों के मिलने से सबका मन पावन है।
©Jyotilata Parida
#महादेव पार्वती प्रेम शायरी
#Shiva love story