।।थोड़ी सी दरारें बाकी हैं।।
क्यों हुआ मैं उसका दीवाना, क्यों प्यार किया मैंने उससे?
क्यों अपनी इकतरफा चाहत का,इज़हार किया मैंने उससे?
उस वक़्त ख़बर न थी मुझको,ऐसा भी इक दिन आयेगा, दिल को राहत देने वाला
मेरे दिल को तड़पायेगा।
।उसके ख़ातिर जग छोड़ दिया,और तोड़ दिये रिश्ते सारे,
कुछ और दिखा न तब मुझको,बस वो ही लगते थे प्यारे।
अब प्यार रहा न जीवन में,बस तकरारें अब वाकी हैं।
भर चुके हैं दिल के जख्म सभी,थोड़ी सी दरारें बाकी हैं।
©#sadDeepak1992
थोड़ी सी दरारें बाकी हैं।@saddeepak1992