नदियों में भले ही उठते लाखो उफान है। लेकि | हिंदी कविता

"नदियों में भले ही उठते लाखो उफान है। लेकिन समुद्र में ही उसका अंतिम स्थान है।। बिन बारिश बादल का नही कोई पहचान है। इसीलिये तो विश्व पटल पर भारत सबसे महान है।। कवि- मनोज प्रकाश ©MANOJ TIWARI"

 नदियों में भले ही उठते
लाखो    उफान      है।

लेकिन   समुद्र   में     ही
उसका अंतिम स्थान है।।

बिन बारिश बादल का
नही कोई  पहचान है।

इसीलिये  तो   विश्व   पटल
पर भारत सबसे महान है।।

कवि- मनोज प्रकाश

©MANOJ TIWARI

नदियों में भले ही उठते लाखो उफान है। लेकिन समुद्र में ही उसका अंतिम स्थान है।। बिन बारिश बादल का नही कोई पहचान है। इसीलिये तो विश्व पटल पर भारत सबसे महान है।। कवि- मनोज प्रकाश ©MANOJ TIWARI

#भारतमहान

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