पल भर मैं कब और कैसे बदल जाती है ज़िंदगी..
कोई उनसे पूछो जिसने किसको हमेसा के लिए खो दिया जिंदा होते हुए भी कभी नहीं मिल सकते जो ..
जो बातें तो एक दूसरे कि तहा उम्र करने वाले है अपने दिल से बस जिक्र नहीं करेंगे किससे ...
किस्मत किस्मत है कब किस से क्या छीन ले नहीं पता ..
वक़्त रहते सब कुछ समेट लो...
©writer_maya_
zindagii