White जज्बातों की लहर आज फ़िर आई है, तुम तो साथ बै | हिंदी शायरी

"White जज्बातों की लहर आज फ़िर आई है, तुम तो साथ बैठे फ़िर कैसी तन्हाई है, नजारे धूमिल से लगने लगते है अक्सर जब ख्यालों में होती बेमन रुसवाई है ©"निश्छल किसलय" (KISALAY KRISHNAVANSHI)"

 White जज्बातों की लहर आज फ़िर आई है,
तुम तो साथ बैठे फ़िर कैसी तन्हाई है,
नजारे धूमिल से लगने लगते है अक्सर 
जब ख्यालों में होती बेमन रुसवाई है

©"निश्छल किसलय" (KISALAY KRISHNAVANSHI)

White जज्बातों की लहर आज फ़िर आई है, तुम तो साथ बैठे फ़िर कैसी तन्हाई है, नजारे धूमिल से लगने लगते है अक्सर जब ख्यालों में होती बेमन रुसवाई है ©"निश्छल किसलय" (KISALAY KRISHNAVANSHI)

#love_shayari

People who shared love close

More like this

Trending Topic