उसका इंतज़ार :-
बेताब निगाहों से करते रहे उसका इंतज़ार हम,
चाहत में उसके हो गये! कब के गिरफ़्तार हम।
हाल-ए-दिल बयां करने को न अल्फ़ाज़ मिलते,
ये कैसे कहें के तेरे बगैर कितना है बेकरार हम?
हर पहर तेरा सुरुर छाया रहता मुझे जाने क्यों?
इश़्क में तेरे ख्वाबों के परों पे हो चले सवार हम।
गर है तुम्हें मुझसे मुहब्बत इक बार तो बोल दो,
कुबूल हो जाय मुहब्बत जो पा जायें करार हम।
बस इसी उलझन में उलझे रहे! कहें के न कहें,
जाने कब से! करते हैं उनसे बेइंतहा प्यार हम।
कल परसों करते-करते बीत गए दिन बरसों में,
मौन की भाषा वो न समझे करेंगे!इज़हार हम।
अर्चना तिवारी तनुजा ✍️
©Archana Tiwari Tanuja
#uskaintezaar #MyThoughts
#Nojoto 12/09/223
उसका इंतज़ार :-
बेताब निगाहों से करते रहे उसका इंतज़ार हम,
चाहत में उसके हो गये! कब के गिरफ़्तार हम।
हाल-ए-दिल बयां करने को न अल्फ़ाज़ मिलते,