उम्र के दरीचे कोई,
दर नहीं ढूंढ़ते
ढूंढ़ते हैं एक साथ जो
उन्हें सुन सके उन्हें समझ सके .....
बिना उन्हें judge किए
मुस्कुराहट को मुस्कुराहट दे सके
कन्धे पर रखे हाथ
देकर एक विश्वास.. मैं हूँ न
Perfect कोई नहीं होता
जिसका साथ perfect महसूस करा सके
कोई रिश्ता होना जरूरी नहीं
जिसे बस अपना कह सकें...
उम्र के दरीचे दर नहीं
साथी ढूंढते हैं.....
©Manju Sharma