हुस्न-ए-दीद के सबब जब इश्क़ बेशुमार हो जाता है , धड़कने तेज़ हो जाती है साँस लेना दुश्वार हो जाता है ... ©Arshu.... हुस्न-ए-दीद के सबब जब इश्क़ बेशुमार हो जाता है .. धड़कने तेज़ हो जाती है साँस लेना दुश्वार हो जाता है !! परिंदा Quotes, Shayari, Story, Poem, Jokes, Memes On Nojoto