जिंदगी तुम क्या चाहती हो.....
कभी समझ में आती हो कभी बिल्कुल भी नहीं.....
जिंदगी तुम क्या चाहती हो.....
ताश के पत्ते की तरह हो तुम
कभी बादशाह बना देती हो
कभी जोकर...
लगता कभी सही तो है सब कुछ...
तुम सिखाओगी तजुर्बा धीरे धीरे....
कभी क्यों गलत है इतना
तंग और अजीब है सब कुछ....
क्यों बक्त के फैसलों पर इतराती हो......
जिंदगी क्या चाहती हो तुम......
©Jyoti Gupta
#Life❤
#life♥️experience
#sagarkinare