इस कहानी का बनना था या बिगड़ना था इस बनती बिगड़ती कहानी का कुछ तो कहना था । वर्तमान में रहना था या भविष्य में ही खो जाना था , अब यह तो समय ने ही बताना था। अब जैसे-जैसे कहानी आगे फिर बढ़ी है पता नहीं कहां तक जाएगी कितना सफर तय कर पाएगी फिर से किस स्टेशन पर जाकर रुक जाएगी। फिर से यह कहानी बन पाएगी या कहानी बनने के फेर में ही रह जाएगी । #mankibaat#hindilines#hindithoughts#thoughtsinhindi#twoliner#photopost#shortpost#ShortStory#hindistory#letstalk फिल्मी दुनिया बॉलीवुड फिल्म