ए जिन्दगी तू मुजशे क्या चाहती है ? में जो च

"ए जिन्दगी तू मुजशे क्या चाहती है ? में जो चाहता हु वो तू होने नही देती । में जो करने जाता हु वो तू करने नही देती । किसी को मेरे करीब आने नही देती , मुझे सबसे दूर जाने भी नही देती । मुझे मेरा प्यार पाने भी नही देती , और मुझे मंजिल तक जाने भी नही देती । में किसी के जितना भी करीब जाने की कोशिश करू तू मुझे उससे उतना ही दूर कर देती , और किसी को मेरे पास आने भी नही देती । सुकून से तू मुझे जीन नही देती , और चैन की मौत मुझे मरने नही देती । बता–ए–जिंदगी तू चाहती क्या है ? ©Ronak_S_RAJPUT"

 ए जिन्दगी तू मुजशे क्या चाहती है ? 
      में जो चाहता हु वो तू होने नही देती ।
      में जो करने जाता हु वो तू करने नही देती ।
      किसी को मेरे करीब आने नही देती ,
      मुझे सबसे दूर जाने भी नही देती ।
      मुझे मेरा प्यार पाने भी नही देती ,
      और मुझे  मंजिल तक जाने भी नही देती ।
      में किसी के जितना भी करीब जाने की कोशिश करू
      तू मुझे उससे उतना ही दूर कर देती ,
      और किसी को मेरे पास आने भी नही देती ।
      सुकून से तू मुझे जीन नही देती ,
      और चैन की मौत मुझे मरने नही देती ।
            बता–ए–जिंदगी तू चाहती क्या है  ?

©Ronak_S_RAJPUT

ए जिन्दगी तू मुजशे क्या चाहती है ? में जो चाहता हु वो तू होने नही देती । में जो करने जाता हु वो तू करने नही देती । किसी को मेरे करीब आने नही देती , मुझे सबसे दूर जाने भी नही देती । मुझे मेरा प्यार पाने भी नही देती , और मुझे मंजिल तक जाने भी नही देती । में किसी के जितना भी करीब जाने की कोशिश करू तू मुझे उससे उतना ही दूर कर देती , और किसी को मेरे पास आने भी नही देती । सुकून से तू मुझे जीन नही देती , और चैन की मौत मुझे मरने नही देती । बता–ए–जिंदगी तू चाहती क्या है ? ©Ronak_S_RAJPUT

#कविता

People who shared love close

More like this

Trending Topic