आंखों में हो आंसू फिर भी मुस्कुराने का जज्बा रखना,
"आंखों में हो आंसू फिर भी मुस्कुराने का जज्बा रखना,
बिखरने के बाद भी सिमट आगे बढ़ने का जज्बा रखना,
लगे अब कुछ न बचा तब वहां से तुम नई किरण रखना,
पाओ खुद को अकेला तो याद महादेव की शरण रखना।"
आंखों में हो आंसू फिर भी मुस्कुराने का जज्बा रखना,
बिखरने के बाद भी सिमट आगे बढ़ने का जज्बा रखना,
लगे अब कुछ न बचा तब वहां से तुम नई किरण रखना,
पाओ खुद को अकेला तो याद महादेव की शरण रखना।