😘तुम्हारे जैसा यहां किसी
और का अंदाज़ नहीं है।💞
🥰क्या हो तुम खुद तुम्हें
एहसास नहीं है।💞
😍बहुत खूबसूरत हो तुम
तुम्हारा कोई जवाब नहीं है।💞
😘और सुनो! तुम्हारे जैसा यहां
कोई लाज़वाब नहीं है।💞
🥰प्रकृति के कण कण में
जो जो सबसे सुंदर हो।💞
😍जिसकी उपमा हम देते
उस उपमा के अंदर हो।💞
😘यहां तारों के बीच में रहकर
तुम चांद सी सुन्दर हो।💞
😍और सुनो! बेहतर तो हजारों हैं
तुम सबसे बेहतर हो।💞
🥰मुस्कान तुम्हारी ऎसी जो
दिल को छुआ करती है।💞
😘ओरो से बेहतर तुम्हारी
सादगी हुआ करती है।💞
😍तुम ही बताओ अब
हम कैसे लिखें तुम पर।💞
🥰तुम में तो हर रोज़ एक
नई बात हुआ करती हैं।💞
😘दिन रात बस अब यही
एक काम करते हैं।💞
😍श्रृंगार कोई भी तुम से शुरू और
तुम पर ही अंजाम करते हैं।💞
🥰तुम्हारी खूबसूरती को कुछ
इस तरह वयान करते हैं।💞
😍और सुनो! इस ग़ज़ल का लफ्ज़
लफ्ज़ तुम्हारे नाम करते हैं।💞
Writting by ✍️ *Rohit Jain RJ*
©Rohit jain RJ
#Wochaand