ओ कान्हा
जब मिलुंगी तुझसे तो हाल दिल के सारे बताऊगी
पहले आँखो से करूगी बाते फिर इशारों मे समझाऊंगी
तुम समझ लेना भाव दिल के सारे
तुझे पाकर मै सिसकिया रोक नही पाऊंगी
ये आँखे बहेंगी देर तक तेरे चरणो को थाम के
तुम इसे मेरा समर्पण समझ लेना
राग द्वेश से कलुषित हत्यय का तर्पण समझ लेना
आकर नजदीक मै इतना तेरे तुझमे ही मिल जाऊगी
राधे माफ कर देना मुझे जो मै कृष्ण की बासुरी हो जाऊगी
प्रेम के सुर छेड़ पत्थर दिल को विघलाऊगी
जो मिलुगी तुझसे तो हाल दिल के सारे बताऊंगी....
©Chitra Gupta
#Krishnalove