हवा केे झरोके सा दस्तक
जिंदगी में देने लग जाते हो
पहले तो कुछ दिन खा़मोश रहते हो
फिर बातो का सिल-सिला बढ़ाने लग जाते हो..
गुज़रते वक़्त केे साथ अजनबी से दोस्त बनने लग जाते हो ..
ज़रा बच केे
देखो कही आदत ना पड़ जाए मेरी तुम्हें
ऐसा बोल -बोल के दोस्त से कई ज्यादा हक़ जताने लग जाते हो ..
खुदको मेरे सबसे खास बताने लग जाते हो
प्यार तुम करने लग जाते हो मुझसे
मेरी ना को हाँ में बदल के जगह ....
गलती मेरी है ..
ऐसा बोल के कुसूरबार मुझे आखिर क्यों ठहराते लग जाते हो
फिर अचानक से दूर चले जाने की बात करने लग जाते हो
मोहब्बत की बात तो दूर की है
शायद
तुम तो अभी सही से दोस्ती का मतलब. भी नही जानते हो !!!
#प्रियंका #
©Priiii
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