आहट मेरी आदत में तुम आहट सी लगती हो,,
मेरे बगैर तो तुम आहत सी लगती हो,,
मुझको छुप के से देखना सच मे कयामत सी लगती हो,,
तेरे दर्द में मोहब्बत घुली रहती है तुम मेरी चाहत सी लगती हो,,
हजारों दर पे माथा टेका तूने मेरे लिए तुम तो खुद इबादत सी लगती हो,,
जगह जगह तेरी शरारत के ही निशा पाए जाते हैं तुम तो एक सोची समझी शरारत सी लगती है,
तुम्हें कोई न सोचें मेरे सिवा ऐसे में तुम मुझे थकावट सी लगती हो,,
तुम्हें मैंने खुद के घर में फोटो के अंदर सजा रखा है तुम मुझे मेरी घर की सजावट सी लगती हो।।
राहुल छतरपुरिया
#आहट 🖤🖤💔💔