कभी भाई,
कभी friend,
तो कभी .... बताती है,
जब मैं मना करूं ... बोलने से
तो यही कहकर मुझे
बार बार चिढ़ाती है,
पर सच्ची में रिश्ता,
वो दिल से निभाती है...
कभी डांटती,
तो कभी समझाती है,
मेरी बहन होने का
फर्ज वो
बड़ी समझदारी से निभाती है...
मुझे वो पागल बोलती है,
तो कभी "दिमाग नहीं" कहती है,
लेकिन जब मैं परेशान हो जाऊं,
तो intelligent भी बताती है,
हालांकि हममें कोई रिश्ता नहीं,
पर जो मैंने बहन का रिश्ता बनाया,
कसम से पूरी शिद्दत से निभाती है...
😞😞😞