White बैठा हूँ इंतजार में कभी तो वो लौट कर आएगी,
मेरे सूने दिल की बगिया एक बार फिर से खिल जाएगी,
मैं रुठुगा फिर से उस से वो मुझे फिर मनाएंगी,
इसी उम्मीद में जी रहा हूँ कभी तो मेरी खुशियों की शाम आएगी,
मैं कहूँगा मोटी उसको वो गुस्से में आँखे दिखाएगी,
जब मैं करुँगा नाटक डरने का फिर वो खिल खिलाएगी,
बैठा हूँ इंतजार में कभी तो वो लौट कर आएगी |
😂😂😂😂😂😂😂😂
17/09/2024
©गुमनाम
#sad_emotional_shayries गम भरी शायरी 'दर्द भरी शायरी' शायरी दर्द