White सफ़ेद फूल
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लेहर हवाओं में लिपटे हुवे तुम्हारे शब्द
जो आग को मोम कर दे,
झरनों सा बहता मन का सागर
लहरों से गंगाजल कर दे,
लो आ गया हुं वापस
मुझे फिर से दफ़न कर दे,
काटे लगे है गले में मेरे
रक्त से अपनी मांग भर ले,
कलम रघडू तेरे जिस्म में
तू शब्दों से मुझे पावन कर दे,
तू सफेद फूल सी प्यारी
मरण पे मेरे इत्र कर दे,
©बदनाम
सफ़ेद फूल