एक पल जो अंजाना है,
उस पल की खुशी पाने को,
अपना आज विसार देते हैं हम.
खुशियां हर जगह है काबिज,
हम दुख का कंबल तान कर.
भूल जाते हैं,करीबी खुशियों को
दूसरों की खुशियों से ना हो आजिज,
हो जाओ, उनकी खुशियों मे शुमार
खुशियों का आसमां छू लो जी भर
©Kamlesh Kandpal
#khushiya