White आज से बिना गिने लिखा जाए
सोच कर कुछ देर
फिर लिखा जाए
लिखने से ही तो जिंदा है
फिर जिंदगी को गिना क्यो जाए
लिखने का ये सिलसिला जारी रहेगा कब्र तक
ठहर तब जाएंगे जब फूंके जाएंगे आधी रात को
ख्वाहिश तो यही है कि मरते वक्त भी हाथ में कलम हो
और सामने पड़ा हो एक पन्ना
जिसमे लिखी होंगी कुछ गज़लें
या चंद दोहे
या फिर बाबा बुल्लेशाह के भजन.....
©Sam
#Aaj se