ख़ता हमारी नहीं तुम्हारी थी
मेरे दिल को तेरी आंखों ने छुआ था,
हम तो बीन कहे तुमारे हो गए थे,
राहे और भी है गुजर जाने के लिए
लेकिन दिल को तेरी गली पसंद थी,
करते तुमसे मोहब्बत है
तेरे दीदार के लिए तरस्ते है,
अंजाम कुछ भी हो मेरा मैं नही डरता इस जमाने से
घबरा जाता हूं हमारें मोहोब्बत के रिश्ते से,
जब बात तुम्हारी सलामती और इज्ज़त पे आती है, मालूम है प्यार है तुम्हारा और मेरा दिल में
खत्म नहीं होगा इस दुनिया की रीत से...!!
©V Rawal
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