मोहब्बत के इश्तिहार दिखने लगे हैं हम तो इश्क़ में | हिंदी शायरी
"मोहब्बत के इश्तिहार दिखने लगे हैं हम तो इश्क़ में शायरी लिखने लगे है।
कौन कहता है इश्क़ में पागल नहीं होते लोग।
एक रोज़ हमें भी हुआ था इश्क़
जबसे हमें सब पागल दिखने लगे है"
मोहब्बत के इश्तिहार दिखने लगे हैं हम तो इश्क़ में शायरी लिखने लगे है।
कौन कहता है इश्क़ में पागल नहीं होते लोग।
एक रोज़ हमें भी हुआ था इश्क़
जबसे हमें सब पागल दिखने लगे है