टूटा सा खिलौना हूं मैं आज,
नहीं है कोई जोड़नेवाला पास,
कहीं मर न जाऊ उसकी यादों से,(२)
जो जख्म पे नमक सी लगी है आज।
हा! टूटा सा खिलौना हूं मैं आज ।।
-YNDiary
टूटा सा खिलौना हूं मैं आज,
नहीं है कोई जोड़नेवाला पास,
कहीं मर न जाऊ उसकी यादों से,(२)
जो जख्म पे नमक सी लगी है आज।
हा! टूटा सा खिलौना हूं मैं आज ।।
-YNDiary