उजाले में न रहो इतना कि उजाले बिन न रह पाओ, मोहब्ब | हिंदी Video
"उजाले में न रहो इतना कि उजाले बिन न रह पाओ,
मोहब्बत न करो इतना कि जुदाई ग़म न सह पाओ।
करो रंजिश किसी से तुम मगर इज्जत के दायरे में,
बिगाडो न कभी इतना कि फिर अपना न कह पाओ।"
उजाले में न रहो इतना कि उजाले बिन न रह पाओ,
मोहब्बत न करो इतना कि जुदाई ग़म न सह पाओ।
करो रंजिश किसी से तुम मगर इज्जत के दायरे में,
बिगाडो न कभी इतना कि फिर अपना न कह पाओ।