अरे!!!बताओ ज़रा
कौनसी तामील मिली है तुमको
दिखाओ ज़रा...
बातों में तुम्हारी कितनी सच्चाई है
लोगो को भी दिखाओ ज़रा।।
देखा है मैंने लिहाज क्या होता ।
बेटा माँ से ही होकर माँ की गाली देता।।
कोई नही तो क्या ही कहोगे
औरतों की इज़्ज़त तुम कैसे करोगे।।
बदनामी करोगे या इज़्ज़त करोगे
एक इंसान तुम कैसे बनोगे।
बातो में ही तम्हारी झलक रहा है।
कोई तो बीज बचपन से पनप रहा है।
गुलामी का हथियार और समाज की शान
क्या बीवी को तुम करदोगे कुरबान।
अरे!!!बताओ ज़रा
कौनसी तामील मिली है तुमको
©Shivangii Pandeyyy
#Women