सिर्फ कागजों में मिला गणतंत्र का
मैं जशन मनाऊ कैसे ?......
चन्द मुट्ठीभर नेताओ का राज है
मैं गणतंत्र दिन का झेंडा लहराऊ कैसे ?
गरीबी बेरोजगारी भुखमरी है देश में
किसानों का आत्महत्या करना भुलाऊ कैसे ?
सिर्फ कागजों में मिला गणतंत्र का
मैं जशन मनाऊ कैसे ?......
अमीरों के कदमों में पड़ी है देश की सरकार
कोरोना में पैदल चले मजदूरों कि मौत भुलाऊं कैसे ?
सिर्फ कागजों में मिला गणतंत्र का
मैं जशन मनाऊ कैसे ?......
सोच रहा है विजय झेंडा लहराऊ कैसे //
विजय वि गजबे
©swarnvijay
#RepublicDay