माँ तुम हो तो आज हम है तुम बिन ये जीवन बेरंग हैं त | हिंदी कविता
"माँ तुम हो तो आज हम है तुम बिन ये जीवन बेरंग हैं तुम हो पास तो हर दिन मानों जैसे दिवाली हैं
तुम हो तो इस आँगन में खुशहाली है
ईश्वर कि अनमोल देन हो तुम ईश्वर का दुसरा रूप हो तुम!!"
माँ तुम हो तो आज हम है तुम बिन ये जीवन बेरंग हैं तुम हो पास तो हर दिन मानों जैसे दिवाली हैं
तुम हो तो इस आँगन में खुशहाली है
ईश्वर कि अनमोल देन हो तुम ईश्वर का दुसरा रूप हो तुम!!