आँखें उसकी, झील सी शीतल हैं, बातो में उसकी झड़ने सी | हिंदी शायरी

"आँखें उसकी, झील सी शीतल हैं, बातो में उसकी झड़ने सी चंचलता हैं। ज़नाब…! उसकी बखान मैं क्या करूँ वो खुद में एक कविता है।"

 आँखें उसकी,
झील सी शीतल हैं,
बातो में उसकी झड़ने सी 
चंचलता हैं।
ज़नाब…!
उसकी बखान मैं क्या करूँ
वो खुद में एक कविता है।

आँखें उसकी, झील सी शीतल हैं, बातो में उसकी झड़ने सी चंचलता हैं। ज़नाब…! उसकी बखान मैं क्या करूँ वो खुद में एक कविता है।

People who shared love close

More like this

Trending Topic