मन का दीपक बुझा है शंकर तन खोया संसारिक उजियारे | हिंदी Bhakti

"मन का दीपक बुझा है शंकर तन खोया संसारिक उजियारे अब सब तुम्हारे हाथ शंकर बुझा रहने दो दीपक मन का या करो उजारे अंधकारे पार करो नईया मन का या छोड दो बिच मंझधारे ©कलम की दुनिया"

 मन का दीपक बुझा है शंकर 
तन खोया संसारिक उजियारे 

अब सब तुम्हारे हाथ शंकर 
बुझा रहने दो दीपक मन का 
या करो उजारे अंधकारे 
पार करो नईया मन का 
या छोड दो बिच मंझधारे

©कलम की दुनिया

मन का दीपक बुझा है शंकर तन खोया संसारिक उजियारे अब सब तुम्हारे हाथ शंकर बुझा रहने दो दीपक मन का या करो उजारे अंधकारे पार करो नईया मन का या छोड दो बिच मंझधारे ©कलम की दुनिया

#शंकर🙏🏿

People who shared love close

More like this

Trending Topic