White पल्लव की डायरी
ये पढ़ाई लिखाई संस्कारहीन है
पैसो से तौली जाती है
हुनर के नाम पर सर्टिफिकेट थमाती
फिर बोलिया नॉकरी की लगाती है
अधबुढे होकर ,कुछ काम के ना रहे
शहरों में एक इंच जमीन खरीद नही पाते है
कम उम्र में गांवों में ही
अगर व्यवस्थित हो जाते
तो मालिक खुद अपनी संम्पत्ति के होते
गुलामी और वेवशी क़ी जिंदगी से बच जाते
प्रवीण जैन पल्लव
©Praveen Jain "पल्लव"
#love_shayari हुनर के नाम पर सर्टिफिकेट बाँटती
#nojotohindi