वो दिन किस दिन के बाद में आएगा,
जिन दिन के बाद तू किसी की बात में नहीं आएगा।
में रातों में जागता हूं और मसला ये है के,
मेरा महबूब मासूम है रात को घर से बाहर नहीं आयेगा।
दिल में उसकी तस्वीर कील से गाड़ी हुई है,
तस्वीर निकल जायेगी निशान नहीं जायेगा।
राख बचती है जलने के बाद में ए दोस्त,
कोन पागल है जो राख से दिल लगाएगा।
©Aman Tyagi
#Silence