कोई बिछड़ा मिल जाए तो अच्छा लगता है
औंस में कली खिल जाए तो अच्छा लगता है
देखता हूं जब ठहरे पानी में तस्वीर अपनी
गिरे पत्थर पानी हिल जाए तो अच्छा लगता है
हो जाऊं फिर से बच्चा दौड़ू गलियों में
उड़ती पतंग पर दिल जाए तो अच्छा लगता है
करना हो इज़हार मुहब्बत का महबूब से
देखते ही होठ सिल जाए तो अच्छा लगता है
©आला चौहान"मुसाफ़िर"
#Hum
#alathoughts