बहुत प्यारें होते हैं बच्चे सारे जग से न्यारे | हिंदी Poetry

"बहुत प्यारें होते हैं बच्चे सारे जग से न्यारे बच्चे अपने पराये का भेद ना जाने हर घर आंगन गली गली सबको वो अपना माने कभी सरारते कभी मस्ती उधम बड़ा मचातें लेकिन सबके मन को भाते बच्चे मन मे बच्चों के कोई बैर नही होते हैं मन के सच्चे बच्चे बहुत प्यारें होतें हैं बच्चे ं। ©Geeta khati"

 बहुत प्यारें   होते हैं बच्चे 
सारे जग  से न्यारे बच्चे
अपने पराये का भेद ना जाने
हर घर आंगन गली गली
सबको वो अपना माने
कभी सरारते कभी मस्ती
उधम बड़ा मचातें 
लेकिन सबके मन को भाते बच्चे
मन मे बच्चों के कोई बैर नही
होते हैं मन के सच्चे बच्चे
बहुत प्यारें होतें हैं बच्चे ं।

©Geeta khati

बहुत प्यारें होते हैं बच्चे सारे जग से न्यारे बच्चे अपने पराये का भेद ना जाने हर घर आंगन गली गली सबको वो अपना माने कभी सरारते कभी मस्ती उधम बड़ा मचातें लेकिन सबके मन को भाते बच्चे मन मे बच्चों के कोई बैर नही होते हैं मन के सच्चे बच्चे बहुत प्यारें होतें हैं बच्चे ं। ©Geeta khati

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