orange string love light प्रिये ! हम गीत है और आप संगीत हो,
हम मित है और आप अमित हो,
हम धार है और आप उसकी आधार हो,
हम हार है और आप विजय-हार हो ।
हम असार है और आप सार हो,
हम बेकार है और आप सकार हो,
हम आकार है और आप निराकार हो,
हम हार है और आप विजय-हार हो ।
हम अतीत है और आप वर्तमान हो,
हम अशक्त है और आप शक्तिमान हो,
कैसे न मानें कि आप हमसे महान हो,
हम हार है और आप विजय-हार हो ।
देवी ! हम आपके काबिल नहीं,
आप के बिना हम कुछ भी नहीं,
आपके सान्निध्य में ही हमारा उद्धार हो,
हम हार है और आप विजय-हार हो ।
©ChittaranjanSahoo
कविता ♥️प्रणय-संगिनी♥️
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