#OpenPoetry गिरी गिरी के चलना सिखाता है वक्त हर हा
"#OpenPoetry गिरी गिरी के चलना सिखाता है वक्त
हर हाल में जीना सिखाता है वक्त
कभी आसमां पर बिठाकर
तो कभी जमीन पर गिरा के
तुम्हें अपनी औकात दिखाता है वक्त
ना उड़ाओ यू परिंदों की तरह आसमानों में
शाम होते ही परिंदों को घोसले में लाता है वक्त"
#OpenPoetry गिरी गिरी के चलना सिखाता है वक्त
हर हाल में जीना सिखाता है वक्त
कभी आसमां पर बिठाकर
तो कभी जमीन पर गिरा के
तुम्हें अपनी औकात दिखाता है वक्त
ना उड़ाओ यू परिंदों की तरह आसमानों में
शाम होते ही परिंदों को घोसले में लाता है वक्त