मासूम *सकीना* का था चाचा वो *अब्बास*... भाई *

"मासूम *सकीना* का था चाचा वो *अब्बास*... भाई *हुसैन* का था बिरादर वो *अब्बास*.... पोहचकर भी फुरात पे ,रहा प्यासा था वो *अब्बास* यूह ही ना हुआ हैरान, यज़ीद तेरे *अलम* को देख !! कटा कर भी बाज़ुओ को अपने, *मश्क़* बचाता रहा *अब्बास* ©Mchokla.bsw"

 मासूम *सकीना* का था  चाचा  वो 
 *अब्बास*...
भाई  *हुसैन* का था बिरादर  वो
  *अब्बास*....

पोहचकर  भी फुरात  पे ,रहा   प्यासा  था  वो  *अब्बास*

यूह  ही  ना  हुआ  हैरान, 
यज़ीद  तेरे *अलम*  को  देख !!

कटा  कर  भी बाज़ुओ  को अपने, 
*मश्क़* बचाता  रहा
 *अब्बास*

©Mchokla.bsw

मासूम *सकीना* का था चाचा वो *अब्बास*... भाई *हुसैन* का था बिरादर वो *अब्बास*.... पोहचकर भी फुरात पे ,रहा प्यासा था वो *अब्बास* यूह ही ना हुआ हैरान, यज़ीद तेरे *अलम* को देख !! कटा कर भी बाज़ुओ को अपने, *मश्क़* बचाता रहा *अब्बास* ©Mchokla.bsw

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