मां तेरा आंचल फिर चाहता हूं
थक गया मां,
चैन के पल जीना चाहता हूं,
तेरे आंचल में छुपके ,
मैं कुछ पल रोना चाहता हूं|
मर्द बन गया मैं भी,
जिम्मेदारी तले मैं भी दबना चाहता हूं,
तेरे आंचल में छुपके,
कुछ पल सोना चाहता हूं |
हार गया क्या मैं जीवन से?
रिश्तो की राजनीति करना चाहता हूं,
तेरे आंचल में छुपके ,
सच तुझको कहना चाहता हूं|
अच्छा बुरा मुझे कौन समझाए?
एक पल स्थिर रहना चाहता हूं,
तेरे आंचल में छुपके,
मैं भी अब हंसना चाहता हूं|
कल आएगा और जाएगा,
वक्त यूं ही कट जाएगा,
तेरे आंचल में छुपके ,
आलिंगन तुझको करना चाहता हूं|
मौत तय वक्त पर ही आएगी,
जिंदगी की जंग क्या हरा पाएगी?
तेरे आंचल में छुपके ,
दूसरा जन्म ना मैं चाहता हूं |
माँ तेरा आँचल फिर चाहता हूँ
#motherlove
#motherlove❤❤
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