White उठो द्रोपती तुम करो संहार
अब कृष्ण बचाने नहीं आयेंगे
तुम्हारी इज्जत लूटने पर
ये केवल सड़कों पर मशाल जालायेंगे
कितनी निर्भया बाला को
नोच नोच कर खाया है
इन हबसी राक्षसों के खातिर
अब हम खुद ही हतियार उठायेंगे
बदल रही सिर्फ तारीख शहर
ये कुछ भी नहीं बदल पायेंगे
फिर होगी कोई निर्भया शिकार
फिर अगले दिन भूल जायेंगे
छोड़ उम्मीद न्याय ज़माने से
अब हम खुद ही फंदा चढ़ायेंगे
उठो द्रोपती तुम करो संहार
अब कृष्ण बचाने नहीं आयेंगे
©पूनम जिलोवा
#sad_shayari