एक बार की बात है, एक पुराने हवेली में जिन्दगी ख़ुशियों से भरी हुई थी। वहां का माहौल अत्यंत खास था, परंपरागत मित्रता और स्नेहभाव के साथ सभी वासी रहते थे। लेकिन, एक दिन अचानक जब रात का समय आया, तो हवेली की दीवारों से अजीब आवाजें आने लगीं।सभी वासी हैरान थे, क्योंकि वे यह समझ नहीं पा रहे थे कि वह आवाजें कहाँ से आ रही हैं। रात के अंधेरे में, एक बड़ा पुराना आइना अपने आप में बोलने लगा, "मैं एक जादूगर की आत्मा हूँ जो यहाँ बंद किया गया है, और मेरे आत्मा को शांति दिलाने के लिए, तुम्हें तीन कठिन चुनौतियों का सामना करना होगा।"वासी डर गए, पर उन्होंने स्वीकार कर लिया। पहली चुनौती थी, "एक रात में हवेली के बाहर के जंगल में जाना है और एक बार में एक सफेद हिरन को पकड़ना है।"वासी जंगल गए, लेकिन हिरन को पकड़ना कठिन साबित हुआ। फिर आत्मा ने दूसरी चुनौती दी, "तुम्हें हवेली के छत पर जाकर एक सूखा पेड़ लाना है, जिसमें फूल और पेड़ की शाखाएँ नहीं हो सकतीं।"वासी ने फिर से कठिनाई से काम किया, लेकिन यह भी कर लिया। आत्मा ने आख़िरी चुनौती दी, "तुम्हें हवेली के बाहर के किनारे पर जाकर एक सुना दीपक जलाना है, जिसकी आवाज़ न सुनी जाए और न उसका प्रकाश दिखाई दे।"वासी फिर से कठिनाइयों का सामना किया, लेकिन यह भी कर लिया। तब आत्मा खुश होकर कही, "तुमने सभी चुनौतियों का सामना किया है और यह हवेली में शांति लाने के लिए काफी है।"इसके बाद से, हवेली में कोई भी भूत-प्रेत की आवाज नहीं सुनाई दी, और सभी वासी खुशियों से रहने लगे।
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bhutiya haveli