सुनो..........
मेरे अल्फाजों के दायरे में सिमटा हुआ है बहुत कुछ,
ये गरीबी है मजबूरी है और बिखरा हुआ है बहुत कुछ.
©Sarfaraj idrishi
#poor मेरे अल्फाजों के दायरे में सिमटा हुआ है बहुत कुछ,
ये गरीबी है मजबूरी है और बिखरा हुआ है बहुत कुछ.@motivational writter Surendra kumar bharti Praveen Storyteller Satyam Singh #Happybawa bee ( crypto and share)