Let's pray for Afghanistan. हुए मज़बूर के खुद को महफूज़ रखना कैसे हे ...
हर तरफ दहशत का माहोल हे
खुद को छुपाना कैसे हे ...
जिंदगी सस्ती और आज़ादी की चाहत
सब मे बन आई है ...
कुछ पेसो से लैस थे कुछ दुनिया में पेस थे
फ़र्क़ उनको नहीं
हुआ आम जन का जीवन नारक ...
©G0V!ND DHAkAD
#Afghanistan