"क्यों टूट के बिखर जाऊ मै उस बेवफा के लिए
जो आई थी मेरे करीब कुछ दफा के लिए
अगर वो खुश है दुर जाकर मुझसे
तो मैं भी खुश हूँ उसके जुदा होने से !!
KHILESHWAR SAHU"
क्यों टूट के बिखर जाऊ मै उस बेवफा के लिए
जो आई थी मेरे करीब कुछ दफा के लिए
अगर वो खुश है दुर जाकर मुझसे
तो मैं भी खुश हूँ उसके जुदा होने से !!
KHILESHWAR SAHU