है अस्मत मेरी भी क़ीमती, बचपन मे माँ ने मुझे बताय | हिंदी Life
"है अस्मत
मेरी भी क़ीमती,
बचपन मे
माँ ने मुझे बताया था।
क्या अस्मत मेरी
और एक जान की
हिफाज़त के लिए है,
क्यों ये बात,
बचपन मे
हर माँ ने
हर बेटे को नहीं समझाई थी।"
है अस्मत
मेरी भी क़ीमती,
बचपन मे
माँ ने मुझे बताया था।
क्या अस्मत मेरी
और एक जान की
हिफाज़त के लिए है,
क्यों ये बात,
बचपन मे
हर माँ ने
हर बेटे को नहीं समझाई थी।