Village Life आइए हमारे गांव कभी
मिलेंगे पिपल के छांव यहीं
आमों के मंजर का सुगंध होगा
कोयल के कुं का रूदन होगा
सीसम के पत्तों के आपसी टकराव होंगे
जिनसे मीठी ध्वनि के संगीत बनेंगे
हवाएं शितलता बताएंगी
दार्जिलिंग में होने का
एहसास दिलाएगी...
✍️ मधुकान्त
©MADHUKANT THAKUR
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