जाने अनजाने सभी कोई मोत की तरफ़ सतत बड़ ही रहे हैं। जिसका कोई अपवाद अभी तक नही कर पाया ।
जिंदगी में सुख की तलाश करते हुए कोई भी प्राणी प्रतिक्षण मोत की तरफ बड़ते हुए अपने एक भी कदम को रोक नही सकता। क्योकि जीवन वर्तमान में व तलाश जो अभी नही है उस भविष्य में मिलने वाले कि होती है ।